जानिए दांतों में सेंस्टिविटी के लिए कौन-से कारण है जिम्मेदार है ?

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    जानिए दांतों में सेंस्टिविटी के लिए कौन-से कारण है जिम्मेदार है ?

    अगर व्यक्ति के दांतों में झनझनाहट की समस्या उत्पन्न हो जाए तो उसके लिए किसी भी चीज का स्वाद मिल पाना काफी मुश्किल हो जाता है, क्युकि दांतों में सेंस्टिविटी के कारण हम कुछ भी खाने से पहले बहुत बार विचार करते है, तो चलिए जानते है की दांतों में झनझनाहट के पीछे के क्या कारण हो सकते है ;

    क्या है दांतों में सेंस्टिविटी ?

    • जब हम कुछ भी ठंडा या गर्म खाते है तो हमारे दांतों में तेज सी चुभन होती है, और इस चुभन का सीधा प्रभाव हमारे दांतों पर पड़ता है। 
    • दांतों में तेज़ झनझनाहट होना, ठंडा और गरम लगना, दांतों में दर्द होना और दांतों का कमज़ोर होना ये सब दांतों में होने वाली सेंस्टिविटी के मुख्य लक्षण में नज़र आते है। दांतों की संवेदनशीलता या सेंस्टिविटी दांतों की सबसे आम समस्याओं में से एक है जो मौसम के साथ और ज्यादा बढ़ जाती है। 
    • इस समस्या से अधिकतर लोग परेशान हो जाते है, जिससे उनको खाने-पीने में परेशानी होती है।
    • दांतों में कीटाणु लगें होने की वजह से भी दांतो में झनझनाहट की समस्या का व्यक्ति को सामना करना पड़ सकता है। 

    अगर दांतों में लगें कीटाणु की वजह से आप भी परेशान है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में रूट कैनाल ट्रीटमेंट का चयन करना चाहिए।

    दांतों में लगें सेंस्टिविटी के कौन-से कारण है जिम्मेदार ?

    • इसके कई कारण जिम्मेदार हो सकते है जैसे – पुरानी दांतों की फिलिंग दांतों की सेंस्टिविटी का कारण होती है, वर्षों से किए गए पुराने भराव पुराने पदार्थों के माइक्रोलैकेज के कारण जड़ों में संवेदनशीलता का कारण बन जाते है।
    • दांतों के ट्रीटमेंट जैसे – स्केलिंग, व्हाइटनिंग और कम्पोजिट फाइलिंग जैसे कई डेंटल ट्रीटमेंट भी दांतों में होने वाली सेंस्टिविटी का कारण हो सकते है, वैसे यह एक अस्थायी चरण है और एक या दो सप्ताह में चला जाता है यदि आपको जल्द ही इस समस्या से निजात न मिले तो आपको तुरंत लुधियाना में सबसे अच्छे डेंटिस्ट के पास जाना चाहिए।  
    • यदि आपके दांतों में कोई भी कैविटी या सड़न है, तो दांत गर्म और ठंडे के प्रति संवेदनशील हो ही जाते है। 
    • मसूड़ों में ढीलेपन की समस्या का सामना करना।
    • मौसम भी दांतों की सेंस्टिविटी का एक मुख्य कारण है, खास कर सर्दियों का मौसम। क्युकी इस मौसम में कुछ भी ठंडा खाने से दांत असहज महसूस कर सकते है, जहां तक संभव हो ठण्ड के मौसम में कुछ भी अधिक ठंडा खाने से बचना चाहिए जिससे यह समस्या बड़ा रूप धारण न कर सकें। 

    दांतों को झनझनाहट से किस तरह से बचाए !

    • खाने में सुधार लाकर, जैसे अपने खाने में आप केले और शकरकंद को शामिल करें, जो आपके दांतों के बाहरी आवरण को अतिरिक्त पोषक तत्व देने के लिए पोटेशियम और फास्फोरस से भरपूर है। वहीं सेंस्टिविटी को रोकने के लिए आप केले के छिलके को दांतों पर भी रगड़ सकते है।
    • टूथब्रश से लेकर टूथपेस्ट और माउथवॉश तक बाजार में कई तरह की डिसेन्सिटाइजिंग उत्पाद मौजूद है, वे बहुत प्रभावी है और दांतों की सेंस्टिविटी से राहत दिला सकते है सेंस्टिविटी से निजात पाने के लिए पहला कदम डिसेन्सिटाइजिंग उत्पादों का उपयोग शुरू करना है। 
    • किसी भी तरह के एसिडिक भोजन को खाने से बचें जो नींबू की तरह दांतों को और भी खराब कर देंगे।

    सुझाव :

    दांतों को झनझनाहट से बचाने के लिए इनमे से हमे किन बातो को मानना चाहिए इसके बारे में जानने के लिए आपको किसी अनुभवी दांतों के डॉक्टर से अपनी जीवनशैली डाइट चार्ट को जरूर बनवाना चाहिए। 

    अगर आपके दांतों में झनझनाहट कीटाणु की वजह से है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना डेंटल सेंटर से रुट कैनाल ट्रीटमेंट का चयन करना चाहिए।

    निष्कर्ष :

    दांतों में किसी भी तरह के उपाय को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें। लेकिन झनझनाहट की समस्या दांतों के लिए गंभीर है इसलिए इस समस्या को हल्के में लेने की भूल न करें।