एक व्यक्ति के लिए कितनी बार अपने दांतों का परीक्षण कराने की आवश्यकता होती है ?

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    एक व्यक्ति के लिए कितनी बार अपने दांतों का परीक्षण कराने की आवश्यकता होती है ?

    एक व्यक्ति के लिए जितना ज़रूरी उनका शरीरिक स्वास्थ्य होता है, उतना ही मौखिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी बहुत ज़रूरी होता है | मौखिक स्वास्थ्य आपके समग्र स्वास्थ्य के बारे में कुछ जानकारी को प्रदान करता है | दांतों में सड़न और मसूडों में उत्पन्न समस्या, दांतों को हानि पहुंचने के साथ-साथ आपके आत्मविश्वास की चुनौतियों देने का कारण भी बन सकती है | लेकिन चिकित्सीय जाँच से आप दांतों से जुड़ी समस्याओं का जल्द पता लगा सकते है और इससे निपटने के लिए आपको सही समय में सुविधा प्राप्त कर सकते है, इसके अलावा इन समस्यों को पूर्ण रूप से रोका भी जा सकता है | आपका डेंटिस्ट आपको अपने मौखिक स्वास्थ्य की स्वच्छता को बरकरार रखने के लिए अच्छी आदतें, उचित आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने का सुझाव दे सकता है | 

     

    एक व्यक्ति को कितनी बार अपने दांतों का परीक्षण करवाना चाहिए ?       

     

    नियमित रूप से दांतों का परीक्षण करवाने से आप मौखिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सही समय पर इलाज करवा कर, उससे छुटकारा पा सकते है, क्योंकि दंत परीक्षण आपके डेंटिस्ट को दांतों की कैविटी, मसूड़े से जुड़ी समस्याओं के लिए आपके मुँह की पूर्ण रूप से जाँच-पड़ताल करने और अन्य मौखिक स्वास्थ्य से जुड़े संकेतों के बारे में जाँच-पड़ताल करने की अनुमति देता है | अधिकतर मरीज़ों को डेंटिस्ट एक वर्ष में दो बार दंत परीक्षण को करवाने की सलाह देता है | 

    मौखिक स्वास्थ्य की अच्छे से देखभाल करने के बावजूद भी, नियमित रूप से अपने दांतों का परीक्षण के लिए दंत चिकित्सक के पास जाना बेहद महत्वपूर्ण होता है | कई बार मौखिक स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ ऐसे समस्या होती है, जिसको महसूस करने में एक व्यक्ति असक्षम हो जाता है, लेकिन दंत परीक्षण के दौरान इस समस्या का जाँच कर, इससे निदान पाया जा सकता है | अधिकांश दंत समस्या जब अधिक उन्नत चरणों में पहुंच जाती है तो इससे दांतों में तीव्र दर्द होने का अनुभव हो सकता है | इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह बहुत ज़रूरी है की वह 2 से 3 महीने बाद डेंस्टिस्ट के पास जाकर अपने दांतों का परीक्षण ज़रूर करवाएं |

     

    दंत परीक्षण के लिए किन-किन चीज़ों की तैयारी करना बेहद आवशयक होता है ?

     

    • स्वास्थ्य से जुड़ी चिकित्सा इतिहास :- दांतों का परीक्षण करने से पहले आपका डेंटिस्ट सबसे पहले स्वास्थ्य से जुड़ी चिकित्सा इतिहास के बारे में चर्चा करता है | स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियां ऐसी होती है, जो मसूड़ों की बीमारी के जोखिम को बढ़ाने का कार्य करता है | 

     

    • कुछ दवाएं :- यदि आप पहले से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में सुधार लाने के लिए किसी भी प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे है तो इसके बारे में दंत परीक्षण के दौरान अपने डेंटिस्ट को ज़रूर बताएं | 

     

    • ब्रश और फ्लॉस करें :- डेंटिस्ट के पास जाने से पहले एक बार अपने दांतों को ब्रश और फ्लॉस कर इसकी अच्छे सफाई ज़रूर कर ले | इससे दातों में प्लाक और टार्टर जमा होने की समस्या कम हो जाती है | 

     

    • दंत परीक्षण से पहले चाय और कॉफी जैसे पेय का सेवन बिलकुल न करें | 

    दंत परीक्षण के दौरान डेंटिस्ट दांतों में जमा प्लाक और टार्टर का सफाई करता है और दांतों को फ्लॉस और पोलिश भी करता है, इसके बाद दांतों में फ्लोराइड लगाया जाता है | दंत परीक्षण के बाद डेंटिस्ट आपके साथ बैठकर अपने निष्कर्षों की समीक्षा कर सकता है | यदि इस दौरान किसी भी प्रकार की समस्या सामने आती है तो डेंटिस्ट आपको इसके उपचार के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है | 

     

    यदि आप में कोई भी व्यक्ति अपने दांतों का परीक्षण कराने के लिए बेहतर दंत चिकित्सा संस्थान की खोज कर रहे है तो इसके लिए आप लुधियाना डेंटल सेंटर से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बिक्रमजीत सिंह ढिल्लों पंजाब के बेहतरीन प्रोस्थोडोंटिक्स और इम्प्लांटोलॉजिस्ट में से एक है, जो पिछले 10 वर्षों से दांतों से जुडी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही लुधियाना डेंटल सेंटर की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |