आज के समय में कोई न कोई किसी न किसी समस्या से पीड़ित है। दुनिया भर में हज़ारों लोग मुँह के कैंसर से पीड़ित हैं, जिसकी वजह से लोग अक्सर गंभीर रूप से परेशान रहते हैं। आपको बता दें कि मुँह से कैंसर का इलाज अक्सर तब तक नहीं हो पाता जब तक कि यह गंभीर अवस्था में न पहुंच जाए। दरअसल ओरल कैंसर मुंह और गले के अंदर असामान्य सेल्स के बढ़ने की वजह से होता है, जिससे पीड़ित व्यक्ति के गाल, मसूड़े, तालू, लार ग्रंथियां, मुंह के तल, जीभ और होंठ आदि सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। आमतौर पर मुँह के कैंसर के लक्षण इसकी स्टेज पर निर्भर करते हैं और इसके साथ ही हर व्यक्ति के मुँह के कैंसर के लक्षण अलग-अलग दिखाई दे सकते हैं।
आपको बता दें कि इस बीमारी का सबसे गंभीर रूप स्टेज 4 मुँह का कैंसर है, जहां यह कैंसर व्यक्ति के मुँह और गर्दन के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल चुका होता है। दरअसल स्टेज 4 मुँह के कैंसर के लक्षणों और इलाज के विकल्पों को समझने से शुरुआती पहचान में मदद मिल सकती है और संभावित रूप से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। बता दें कि लोगों का मानना है, कि मुंह का कैंसर अक्सर मुँह की खराब सफाई की वजह से होता है। पर मुँह का कैंसर होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर मुँह के कैंसर का इलाज इन की स्टेज पर भी निर्भर करता है। तो इस तरह की स्थिति में आइये इस लेख के माध्यम से इसके डोवटर से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं, कि आखिर मुँह के कैंसर के कितने स्टेज होते हैं और इसकी लास्ट स्टेज के क्या लक्षण होते हैं?
मुँह के कैंसर के स्टेज
आपको बता दें कि मुँह के कैंसर के 4 स्टेज होते हैं, जिनकी जानकारी निम्नलिखित अनुसार है।
1. मुँह के कैंसर की स्टेज 0 :
आमतौर पर इस कैंसर की इस स्टेज को कार्सिनोमा इन सीटू भी कहा जाता है और यह मुँह के कैंसर की शुरुआत होती है।
2. मुँह के कैंसर की स्टेज 1:
बता दें कि कैंसर की इस स्टेज में कैंसर का ट्यूमर 2 सेंटीमीटर से बड़ा नहीं होता है और इस दौरान कैंसर लसीका ग्लैंड तक नहीं पहुंचा होता है।
3. मुँह के कैंसर की स्टेज 2 :
दरअसल कैंसर की इस स्टेज में ट्यूमर 2 सेंटीमीटर से बड़ा हो जाता है, पर 4 सेंटीमीटर से ज्यादा बड़ा नहीं होता है। आमतौर पर इस दौरान कैंसर स्टेज 2 में लसीका ग्लैंड तक नहीं पहुंचता है।
4. मुँह के कैंसर की स्टेज 3 :
मुँह के कैंसर की इस स्टेज पर कैंसर 4 सेंटीमीटर से बड़ा हो जाता है या फिर यह गर्दन में लसीका ग्लैंड तक फैल जाता है। आपको बता दें कि इस स्टेज में आपके मुंह और उसके आस-पास के हिस्सों में कैंसर फैल जाता है।
5. ओरल कैंसर स्टेज 4 :
आमतौर पर यह स्टेज आखिरी और इस बीमारी का सबसे ज्यादा गंभीर रूप होता है। आपको बता दें कि कैंसर की इस स्टेज में कैंसर व्यक्ति मुँह, गले और आस पास के हिस्सों में गंभीर रूप से सबसे ज्यादा फैल जाता है। इस स्टेज में कैंसर शरीर के बाकी हिस्सों में भी फैल सकता है और इस स्टेज में व्यक्ति का इलाज करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
मुँह के कैंसर के अंतिम स्टेज के लक्षण
आपको बता दें कि मुँह के कैंसर का स्टेज 4 आखिरी होता है, जिसमें कैंसर आमतौर पर मुँह और शरीर में बुरी तरीके से फैल जाता है। इस तरह की स्थिति में आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं,
1. लगातार तेज दर्द होना :
दरअसल मुँह के कैंसर की स्टेज 4 होने की वजह से मुंह, जबड़े या फिर गले में लगातार और तेज दर्द होना शुरू हो जाता है, जो कि बहुत ही आम बात होती है। इस दौरान एक व्यक्ति को खाने, बोलने और खाना या फिर पानी निगलने में परेशानी हो सकती है। आपको बता दें कि यह दर्द तब बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जब ट्यूमर टिशू और नसों पर अपना दबाव डालता है।
2. निगलने और बोलने में मुश्किल :
इस दौरान आपको कुछ भी बोलने और निगलने में बहुत ही ज्यादा परेशानी हो सकती है। बता दें कि ट्यूमर बढ़ने की वजह से व्यक्ति को खाना चबाने, निगलने और सही तरह से बोलने में परेशानी होना जैसी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। वास्तव में केवल इतना ही नहीं, व्यक्ति को इस दौरान हर समय खाना गले में फंसा हुआ महसूस हो सकता है।
3. अल्सर और ब्लीडिंग :
दरअसल आपके बिना किसी वजह या फिर चोट लगे बिना मुंह में घाव बन जाना, जो ठीक न हो रहा हो या फिर बिना किसी वजह से मुँह से खून बहना यह सब मुँह के कैंसर स्टेज 4 का संकेत हो सकता है।
4. मुंह में गांठ या सूजन :
आपको बता दें कि इस दौरान मुंह, गले या जबड़े की लिम्फ नोड्स में सूजन और सख्त गांठों हो सकती हैं, जो कि मुँह के कैंसर की स्टेज 4 की पहचान होती है।
5. दांतों में ढीलापन :
असल में मुँह के कैंसर की स्टेज 4 की वजह से आपके मुँह की संरचना कमजोर हो सकती है, जिसकी वजह से आपके दांतों में ढीलापन, जबड़े या फिर जीभ में सूजन की समस्या पैदा हो सकती है।
6. वजन कम होना और थकान :
इस दौरान स्टेज 4 मुँह के कैंसर की वजह से खाना खाने या फिर निगलने में काफी ज्यादा परेशानी होने की वजह से व्यक्ति के खाने पीने में कमी आ जाती है, जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर में कैलोरी की कमी हो सकती है और जिसके कारण पीड़ित व्यक्ति का वजन कम हो सकता है और इस दौरान उसको बहुत ज्यादा थकान महसूस हो सकती है।
7. आवाज में बदलाव :
आपको बता दें कि स्टेज 4 तक व्यक्ति के मुँह का कैंसर बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति का कैंसर टिशू वोकल कॉर्ड्स या फिर वायु मार्ग प्रभावित हो सकता है, जिसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति की आवाज मैं काफी ज्यादा बदलाव आ सकता है और इस दौरान उसको सांस लेने में भी मुश्किल हो सकती है।
निष्कर्ष
खराब जीवनशैली और खराब खान पान के चलते आज के समय में सभी लोग किसी न किसी समस्या से पीड़ित हैं। दुनिया भर में लगभग हज़ारों लोग मुँह के कैंसर की समस्या से पीड़ित हैं और इस समस्या से उनका पूरा जीवन प्रभावित होता है। इस समस्या का इलाज अक्सर तब तक नहीं हो पाता जब तक कि यह गंभीर न हो जाये। ये समस्या मुंह और गले के अंदर असामान्य सेल्स के बढ़ने के कारण होती है, जिसमें व्यक्ति के गाल, मसूड़े, तालू, लार ग्रंथियां, मुँह के तल, जीभ और होंठ प्रभावित होते हैं। मुँह के कैंसर की 4 स्टेज होती हैं, जिसमें सबसे गंभीर रूप स्टेज 4 होता है। लगातार तेज दर्द होना, निगलने और बोलने में मुश्किल होना, अल्सर और ब्लीडिंग होना, मुंह में गांठ या सूजन की समस्या होना और आवाज में बदलाव होना आदि, मुंह से जुड़ें ये लक्षण स्टेज 4 मुँह के कैंसर के संकेत होते हैं। जिसमें एक व्यक्ति की जान को भी खतरा हो सकता है, इसलिए इस दौरान अगर आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो समझ जाओ ये ओरल कैंसर स्टेज 4 के लक्षण हो सकते हैं। इस लिए इनको बिलकुल भी नज़रअंदाज न करें और अपने आप को किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएँ। ऐसा करने से स्टेज 4 मुँह के कैंसर के लक्षणों और इलाज के विकल्पों को समझने से शुरुआती पहचान में मदद मिल सकती है और संभावित रूप से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। अगर आपको भी मुँह के कैंसर की समस्या है और आपको भी इस तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, या फिर कैंसर की अभी शुरुआत है और आप समस्या का तुरंत इलाज करवाना चाहते हैं, और पहले इस के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं, तो आप आज ही लुधिअना डेंटल सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
प्रश्न 1. दांत के कैंसर के क्या लक्षण हैं?
बता दें कि दांत के कैंसर के लक्षणों में मुंह में न भरने वाले छाले, सफेद या फिर लाल धब्बे, ढीले दांत होना और निगलने में काफी ज्यादा परेशानी होना, इस तरह के लक्षण शामिल हो सकते हैं।
प्रश्न 2. मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?
आमतौर पर मुँह के कैंसर के शुरुआती लक्षणों में मुंह या होंठों पर ठीक न होने वाले छाले या घाव, सफेद या लाल रंग के धब्बे, इसके साथ ही मुंह में गांठ या फिर मोटा होना और इस में निगलने या फिर बोलने में परेशानी होना शामिल है।
प्रश्न 3. ओरल कैंसर कैसे होता है?
आपको बता दें कि एक व्यक्ति को मुँह का कैंसर तब होता है, जब मुंह या फिर होंठों के टिशू में असामान्य सेल्स बढ़ने लगते हैं, जिसकी वजह से ट्यूमर बन जाता है।